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Thursday, July 8, 2010

हँसी!




1. उस मासूम हँसी को
यादों में समेट लो
जो कल एक सूने चेहरे पर
रौनक ले आएगी!

2. दोस्त, तुम्हारी हँसी
एक अटूट बंधन है
जो मुझे तुमसे
और तुम्हे मुझसे
जकडे हुए है!

3. हँसी तो बाग़ का फव्वारा है
एक दम से शांत और सूने मन में
कंकरी मार हिला जाता है
हौले से गुदगुदा जाता है!

4. अरे रुको!
आज ना हँसना तुम!
बिना छुए ही
यह बीमारी बड़ी तेज़ी से फैलती है
बहुत दूर तक साथ चलती है!

5. समय के साथ-साथ
हँसी के प्रकार भी सीख गई हूँ
कभी औरो को खुश करने के लिए
कभी खुद को चिड़ाने के लिए
हँसना तो पड़ता ही है न!

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3 comments:

Anamikaghatak said...

bahut khub...........khul ke hanso

VIJI said...

2. दोस्त, तुम्हारी हँसी
एक अटूट बंधन है
जो मुझे तुमसे
और तुम्हे मुझसे
जकडे हुए है!

Really liked these lines. I could identify myself with someone in these lines. Very touching :)

Abhishek Agrawal said...

good lines on hansi Rachana...........here is the one I wrote for someone's हंसी http://diastrophy.blogspot.com/2010/08/blog-post_27.html

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